tag:blogger.com,1999:blog-5120796008952470570.post2555629068936746727..comments2023-05-21T04:33:27.941-04:00Comments on अप्रवासी उवाच (Apravasi Uvach): अपरिपक्वता की सज़ा...Sudhir (सुधीर)http://www.blogger.com/profile/13164970698292132764noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5120796008952470570.post-49831110483148442012009-04-23T23:28:00.000-04:002009-04-23T23:28:00.000-04:00पिलीभीत की जमीनी स्थिति आपको नहीं मालूम है। वह सचम...पिलीभीत की जमीनी स्थिति आपको नहीं मालूम है। वह सचमुच ही बारूद का ढेर है। यहां एक महंत जी हैं जो हिंदुओं को मुसलमानों के विरुद्ध नित्य भड़काते रहते हैं, और खुलेआम दंगे कराते रहते हैं। इस परिप्रेक्ष्य में वरुण का द्वेष-वचन आसानी से बारूद को सुलगानेवाली चिंगारी बन सकती थी।<br /><br />और दूसरी बात यह है कि चुनाव में दर्जनों अपराधी किसमत आजमा रहे हैं, इससे वरुण का अपराध धुल नहीं जाता है। <br /><br />वरुण नौसिखिया नेता भी नहीं है, उससे कहीं कम उम्र के नेताओं की फौज चुनाव प्रचार में उतरी हुई है - सभी बड़े नेताओं के बेटे-बेटियां चुनाव प्रचार में लगे हैं - इनमें से किसी दूसरे ने इतना नौसिखियापन नहीं दिखाया है।<br /><br />हां, मैं इस बात को लेकर आपसे बिलकुल सहमत हूं कि वरुण को जेल भेजने और उस पर रासुका ठोकने के पीछे राजनीति जरूर काम कर रही है।<br /><br />वरुण के प्रति कड़ा रुख अपनाकर मायावती यह दिखाना चाहती है कि वह मुसलमानों की हितैषी है, और मुसलमानों के एक अन्य "हितैषी" और अपने घोर प्रतिद्वंद्वी मुलायम सिंह को ठेंगा दिखाना चाहती है।<br /><br />वरुण के साथ जो हुआ वह ठीक तो नहीं हुआ, लेकिन उसके लिए सहानुभूति महसूस करना जरा कठिन ही है।बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणhttps://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5120796008952470570.post-4460926481911043712009-03-31T22:35:00.000-04:002009-03-31T22:35:00.000-04:00चुनावी हथकंडे हैं. सेकुलर राज में भी आप चन्द्र मोह...चुनावी हथकंडे हैं. सेकुलर राज में भी आप चन्द्र मोहन से चाँद मोहम्मद बन जाइये , नए विवाह का रास्ता खुल जाता है. अमेरिका में यह अधिकार क्यों नहीं मांगते? भारत में हैं न घर में ही जयचंद !not neededhttps://www.blogger.com/profile/17780210127869685473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5120796008952470570.post-47999309601899328602009-03-31T14:13:00.000-04:002009-03-31T14:13:00.000-04:00सही कहा है ... यहां वोटों के लिए क्या क्या नहीं ...सही कहा है ... यहां वोटों के लिए क्या क्या नहीं होता है।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5120796008952470570.post-38942406510740870072009-03-31T08:48:00.000-04:002009-03-31T08:48:00.000-04:00Dekhate rahiye... isakaa ultaa asar hi hogaa.~Jaya...Dekhate rahiye... isakaa ultaa asar hi hogaa.<BR/><BR/>~Jayantजयंत - समर शेषhttps://www.blogger.com/profile/13334653461188965082noreply@blogger.com