Saturday, March 21, 2009
मिथुन दा की अपील: एक सार्थक शुरुआत
अभी-अभी कुछ देर पहले "डांस इंडिया डांस" की जनता चुनाव के लिए खुली पहली कड़ी देखी। यहाँ हमारे क्षेत्र में केबल पर केवल भारतीय चैनल के नाम पर जी टीवी आता हैं। पिछले कई रियलिटी शो में मैं देखता आया हूँ कि प्रतियोगियों के चयन में क्षेत्रवाद जमकर हावी रहता हैं। और लंबे समय से मैं यह महसूस करता आया था कि चैनल और उसमे मौजूद निर्णायक मंडल भी इस क्षेत्रवाद को प्रोत्साहित करते रहे हैं। जहाँ तक मुझे याद हैं कि "सा रे गा मा पा चैलेन्ज" का पहला २००५ में अखिल भारतीय वोटिंग से लेकर अभी हाल में संपन्न हुए "सा रे गा मा पा २००९" तक और साथ में चाहे वो "रॉक न रोल फॅमिली’ हो या कोई और जन-आदेश वाला कार्यक्रम क्षेत्रवाद के आधार पर अधिकाधिक वोट करा कर "टी आर पी" रेटिंग बढ़ने की कोशिश सदैव ही होती रहती हैं । इसके लिए निर्णायक मंडल हो या प्रतियोगी सभी क्षेत्रीय भाषा में अनुरोध करते हैं या स्वं को एक शहर, राज्य या क्षेत्र का प्रतिनिधि बताते हैं। ऐसे में आज मिथुन चक्रवर्ती जोकि डांस इंडिया डांस के महा गुरु हैं (मुख्य निर्णायक) ने सारे भारत से अपील की हैं कि क्षेत्रवाद को छोड़कर उचित और सही प्रतियोगी का चयन करें। वैस तो मैं कभी भी मिथुन का प्रशंसक नहीं रहा और न ही ये समझता हूँ कि इस अपील से जन मानस पर कुछ फर्क पड़ेगा (जब हम जन प्रतिनिधियों के चयन में जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद से ऊपर नहीं उठ पाते तो यह तो प्रतियोगी हैं) फ़िर भी चलो यह एक सही दिशा में उठाया गया एक कदम हैं। मिथुन दा -साधुवाद।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
6 comments:
प्रभुजी (मिथुनदा) की माया अपरम्पार है। पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री में उनके कद और चरित्र के आगे और किसी से ऐसी अपील की उम्मीद भी नहीं थी। इसी बहाने "गुण्डा" आज एक बार फ़िर देखी जायेगी।
प्रभुजी की जय!!!
आपका हिंदी ब्लॉग की दुनिया में स्वागत है.....
good, narayan narayan
आपका प्रोफाइल पढ़ा .. अच्छा लगा जानकर , बंजारेपन से ही रचना जन्म लेती है , SWAGAT
अच्छा लिखा है आपने
हिन्दी ब्लॉग परिवार में आपका स्वागत है ,अपनी लेखनी से हिन्दी में योगदान दें ।
किसी प्रकार की कोई सहायता जगत के लिए पूरे ब्लॉग जगत से निसंकोच प्रश्न करें ,
धन्यवाद
अपनी अपनी डगर
ठीक कहा.........तभी भारत भारत रहेगा
अच्छा लेख
Post a Comment